यहाँ 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) के अवसर पर एक शायरी, कविता और एक लेख प्रस्तुत किया गया है:
शायरी:
तिरंगे के साये में जो पल रहे हैं,
उनके दिल में बस यही सवाल रहे हैं।
हमारी आज़ादी की कीमत समझो,
शहीदों की कुर्बानियों का ख़्याल रहे हैं।
गणतंत्र दिवस का पर्व है, जो हर दिल को जोड़े,
भारत की स्वतंत्रता और गौरव को सच्चे मन से याद करें।
कविता:
आओ तिरंगे को फिर से सलाम करें,
देश की सेवा में हर एक दिन अपना कर्तव्य निभाएं।
गणतंत्र दिवस के इस पावन दिन,
देश को ऊँचाई तक पहुंचाएं।
संविधान की शपथ को हम सच्चे मन से लें,
भारत को हर कदम पर महान बनाएं।
लेख:
गणतंत्र दिवस: भारत की स्वतंत्रता और समृद्धि का प्रतीक
26 जनवरी, भारत का गणतंत्र दिवस, भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। यह दिन हमें हमारी स्वतंत्रता और लोकतंत्र की ताकत को याद दिलाता है। 1950 में, इसी दिन भारतीय संविधान को लागू किया गया, और भारत एक गणराज्य के रूप में स्थापित हुआ। आज के दिन हम उस संकल्प और त्याग को सम्मानित करते हैं, जिसने भारत को एक मजबूत लोकतांत्रिक राष्ट्र के रूप में स्थापित किया।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली के राजपथ पर आयोजित भव्य परेड में भारत की विविधता, सांस्कृतिक धरोहर, और सैन्य शक्ति का अद्वितीय प्रदर्शन होता है। इस दिन, हम उन शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति दी। उनके बलिदान के कारण ही हम आज़ादी की सांस ले रहे हैं।
यह दिन हमें अपनी जिम्मेदारियों का एहसास कराता है। हमारा संविधान हमें अधिकार तो देता है, लेकिन यह भी सिखाता है कि हमें अपनी जिम्मेदारियों को निभाते हुए अपने देश के प्रति निष्ठा और प्रेम बनाए रखना चाहिए। गणतंत्र दिवस हमें यह याद दिलाता है कि भारत का भविष्य हमारे हाथों में है, और हमें मिलकर इसे एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र बनाना है।
गणतंत्र दिवस के इस खास मौके पर, हम सब एकजुट होकर भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को संजोने और उसकी रक्षा करने का संकल्प लें। इस दिन की प्रेरणा से हम अपने देश के प्रति अपनी निष्ठा को और मजबूत करें और इसे नई ऊँचाइयों तक पहुंचाएं।
यह लेख शायरी, कविता और लेख को एक साथ प्रस्तुत कर रहा है जो 26 जनवरी के महत्व और उत्सव की भावना को उजागर करता है।
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