चंद्रयान 3 की सफलता पूर्वक चन्द्रमा की सतह पर पहुँचने के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अफ्रीका से सभी को बधाई दी और इसरो के चीफ स सोमनाथ ने पहले ही बता दिया था की चंद्रयान 3 की सफलता पूर्वक लैंडिंग होगी क्यूंकि इसमें भारतीय विज्ञानिको की कई वर्षों की मेहनत थी चंद्रयान 3 की लैंडिंग के आखिरी 19 मिनट बहुत ही महत्वपूर्ण थे
Vikram लैंडर ने ब्रेक लिया बाद में चंद्रयान 3 चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव (south pole) पर 23 अगस्त 6:04 पर बहुत ही सॉफ्ट लैंडिंग हो चुकी है चंद्रयान 3 के डायरेक्टर P वीरमुथुवेल 2019 इस प्रोजेक्ट का चार्ज लिया था इसमें इनकी अहम् भूमिका है भारत देश ने एक इतिहास रच दया है और चंद्रयान 3 अगली कक्षा पहुंचा दिया गया है प्रधानमन्त्री और देशवाशियों को इसरो के विज्ञानिको पर गर्व हो रहा और पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई है
Chandrayaan-3 Mission:
'India🇮🇳,
I reached my destination
and you too!'
: Chandrayaan-3Chandrayaan-3 has successfully
soft-landed on the moon 🌖!.Congratulations, India🇮🇳!#Chandrayaan_3#Ch3
— ISRO (@isro) August 23, 2023
चंद्रयान 3 (Chandrayaan 3) क्या है
चंद्रयान-3, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा चंद्रयान-2 मिशन के आगामी प्रयास के रूप में विकसित किया जा रहा था । यह एक अनुमानित अंतरिक्ष मिशन रहा जो चंद्रमा की सतह पर विज्ञान अनुसंधान के लिए भारत के द्वारा भेजा गया । इस मिशन का उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर विभिन्न वैज्ञानिक अद्यतनों को लाना और चंद्रमा की भूमि के साथ संवाद स्थापित करना है। चंद्रयान-3 मिशन के तहत, एक यातायातकर्ता रोवर और Vikram लैंडर चंद्रमा की सतह पर भेजे गए जो वैज्ञानिक अनुसंधान का कार्य करा ।
चंद्रयान-3 मिशन के साथ, भारत चंद्रमा की सतह पर नए वैज्ञानिक डेटा को जुटाने का प्रयास वैज्ञानिक क्र रहे थे और इससे चंद्रमा के रहस्यों को समझने में मदद मिलेगी। यह मिशन भारतीय अंतरिक्ष क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है जो चंद्रमा के प्रति भारत की वैज्ञानिक दृष्टिकोण को मजबूती से प्रकट करता है।
Hlo